Gold News : आपको बता दे की सोने की कीमतों में गिरावट आई है। लेकिन 8 हफ्तों से इसकी कीमत में तेजी आ रही है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक शुक्रवार को सोने की कीमतों में गिरावट आई। लेकिन बड़ी खबर यह है कि यह लगातार आठवें हफ्ते बढ़त के साथ बंद हुआ है। आसान शब्दों में कहें तो इसने लगातार 8वें हफ्ते सकारात्मक रिटर्न दिया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने की मांग बनी हुई है, खासकर अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ (आयात शुल्क) युद्ध ने कीमतों को ऊंचा बनाए रखा है।
सोने के ताज़ा भाव
अंतरराष्ट्रीय बाजार में हाजिर सोना: 0.4% गिरकर 2,926.54 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। सोना वायदा: 0.5% गिरकर 2,940.90 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ। गुरुवार को सोने ने नया रिकॉर्ड बनाया था, जब यह 2,954.69 डॉलर प्रति औंस के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।
सोने की तेजी कब तक जारी रहेगी?
सैक्सो बैंक के कमोडिटी विशेषज्ञ ओले हेन्सन ने सीएनबीसी को बताया कि यह तेजी तब तक जारी रहेगी जब तक सोने की कीमतें 2,850 डॉलर तक गिर नहीं जातीं। 2025 में अब तक सोने में 11.5% की तेजी आ चुकी है। दो नए रिकॉर्ड उच्च स्तरों को पार करने के बाद, अनिश्चितता से बचने की निवेशकों की प्रवृत्ति ने सोने की मांग को बनाए रखा है।
सोने का प्राइस क्यों बढ़ रहा हैं?
ट्रंप के नए टैरिफ एलान का असर कीमतों पर देखने को मिला है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हफ़्ते नए आयात शुल्क लगाने की घोषणा की है। इनमें लकड़ी और वन उत्पादों पर टैरिफ, कारों, सेमीकंडक्टर और फार्मा उत्पादों पर पहले से घोषित कर, चीन से आयातित उत्पादों पर 10% अतिरिक्त टैरिफ, स्टील और एल्युमीनियम पर 25% कर शामिल हैं।
बढ़ती महंगाई (Inflation) का असर
अमेरिका में मॅहगाई बढ़ने की संभावना है, जिससे फेडरल रिजर्व को ब्याज दरें ऊंची रखने पर मजबूर होना पड़ सकता है। ऊंची ब्याज दरें आमतौर पर सोने की मांग को कम करती हैं, लेकिन अभी निवेशक सोने को सुरक्षित विकल्प के तौर पर देख रहे हैं।
विश्व के सबसे बड़े स्वर्ण खरीदार भारत और चीन में रिकॉर्ड ऊंची कीमतों के कारण मांग में गिरावट देखी जा रही है। भारत में त्योहारों और शादी के सीजन में भी सोने की खरीदारी धीमी रही है, क्योंकि कीमतें कई लोगों की पहुंच से बाहर हो गई हैं।
निवेशकों के लिए क्या संकेत हैं?
कीमतों में थोड़ी गिरावट आ सकती है, लेकिन दीर्घ अवधि में मजबूती जारी रह सकती है। दीर्घ अवधि में तेजी का रुझान: वैश्विक अनिश्चितता और बढ़ती मुद्रास्फीति सोने की कीमतों को बढ़ा सकती है। नए निवेशकों के लिए अवसर: यदि कीमतें $2,850 के आसपास गिरती हैं, तो यह निवेश के लिए एक अच्छा अवसर हो सकता है।
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